4- हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी – सरस्वती वंदना
हे हंसवाहिनी ज्ञान दायिनी अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥ जग सिरमौर बनाएँ भारत, वह बल विक्रम दे। वह बल विक्रम दे॥ हे हंसवाहिनी….. अम्ब विमल मति दे।…
हे हंसवाहिनी ज्ञान दायिनी अम्ब विमल मति दे। अम्ब विमल मति दे॥ जग सिरमौर बनाएँ भारत, वह बल विक्रम दे। वह बल विक्रम दे॥ हे हंसवाहिनी….. अम्ब विमल मति दे।…
माँ सरस्वती वरदान दो माँ सरस्वती वरदान दो, मुझको नवल उत्थान दो। यह विश्व ही परिवार हो, सब के लिए सम प्यार हो। आदर्श, लक्ष्य महान हो। माँ सरस्वती………………………। मन,…
भारतीय संस्कृति में प्रार्थना का अहम स्थान हैं। प्रत्येक कार्य के आरंभ में ईश्वर से उस कार्य की सिद्धि हेतु हम सभी प्रार्थना करते हैं। प्रार्थना के बाद ही सभी…