Tag: saraswati prarthana

17- सुख के सब साथी

सुख के सब साधी, दुःख में न कोई मेरे राम, मेरे राम, तेरा नाम इक सांचा, दूजा न कोई । १.जीवन आनी-जानी छाया झूठी माया झूठी काया फिर काहे को…

12- वीणा वादिनि विमल वाणी दे

वीणा वादिनि विमल वाणी दे वीणा वादिनि विमल वाणीदे, विद्या दायिनि वन्दन। जय विद्या दायिनि वन्दन अरुण लोक से वरुण लहर तक गुंजारित तव वाणी ब्रह्मा विेष्णु रूद्र इन्द्रदिक, करते…

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