लट् लकार मे गम् धातु के रूप ( Lat Lakar me Gam Dhatu Roop)
लट लकार को हिन्दी मे वर्तमान काल के रूप मे जाना जाता है। इसमे गम् धातु के रूप निम्न है-
वचन / पुरूष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरूष | गच्छति | गच्छतः | गच्छन्ति |
मध्यम पुरूष | गच्छसि | गच्छथः | गच्छथ |
उत्तम पुरूष | गच्छामि | गच्छावः | गच्छाम |
लृट लकार में गम् धातु के रूप
लृट लकार को हिन्दी मे भविष्यत् काल के रूप मे जाना जाता है। इसमे गम् धातु के रूप निम्न है-
वचन / पुरूष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरूष | गमिष्यति | गमिष्यत: | गमिष्यन्ति |
मध्यम पुरूष | गमिष्यसि | गमिष्यथ: | गमिष्यथ |
उत्तम पुरूष | गमिष्यामि | गमिष्याव: | गमिष्याम: |
लङ लकार मे गम् धातु के रूप ( Lang Lakar me Gam Dhatu Roop)
लङ लकार को हिन्दी मे भूत काल के रूप मे जाना जाता है। इसमे गम् धातु के रूप निम्न है-
वचन / पुरूष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरूष | अगच्छत् | अगच्छताम् | अगच्छन् |
मध्यम पुरूष | अगच्छ: | अगच्छतम् | अगच्छत् |
उत्तम पुरूष | अगच्छम् | अगच्छाव | अगच्छाम् |
लोट लकार मे गम् धातु के रूप ( Lot Lakar me Gam Dhatu Roop)
लोट लकार को हिन्दी मे आज्ञावाचक के रूप मे जाना जाता है। यह आज्ञा लेने और देने, प्रार्थना, अनुमति, आशिर्वाद आदि से सम्बन्धित है। इसमे गम् धातु के रूप निम्न है-
वचन / पुरूष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरूष | गच्छतु | गच्छताम् | गच्छन्तु |
मध्यम पुरूष | गच्छ | गच्छतम् | गच्छत |
उत्तम पुरूष | गच्छानि | गच्छाव | गच्छाम |
विधिलिंङ लकार मे गम् धातु के रूप (Vidhiling Lakar me Gam Dhatu Roop)
विधिलिंङ लकार चाहिए के अर्थ मे प्रयोग होता है। इसमे गम् धातु के रूप निम्न है-
वचन / पुरूष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरूष | गच्छेत | गच्छेताम् | गच्छेयु: |
मध्यम पुरूष | गच्छे: | गच्छेतम् | गच्छेत |
उत्तम पुरूष | गच्छेयम् | गच्छेव | गच्छेम |
VERY NICE SIR