• अध्याय1857 का स्वतंत्रता संग्राम एवं राजस्थान

*कम्पनी ने आंतरिक शासन मे हस्तक्षेप करते हुए जोधपुर पर 1839 मे अधिकार कर लिया

*मांगरोल का युध्द हुआ- कोटा के महारावल v/s जालिम सिंह के मध्य

*भारत मे 1857 की क्रांति की शुरुआत –10 माई 1857 मेरठ से

*राजस्थान में 1857 की क्रांति की शुरुआत –28 माई 1857 को नसीराबाद छावनी से हुआ

*1857 की क्रांति के समय राजस्थान के AGG कोन थे –जॉर्ज पैट्रिक लोरेंस थे

1857 की क्रांति के समय  पॉलिटिकल एजेंट

मेवाड़- मेजर शावर्स, मारवाड़ – मोक मैसन, जयपुर – कर्नल इडन , कोटा –मेजर बर्टन भरतपुर- मॉरिसन सिरोही-JD हॉल

1857 की क्रांति के समय राजस्थान मे 6 सैनिक छावनिया थी

•1 नसीराबाद छावनी (अजमेर)

                                 •2 एरिनपुरा छावनी  (पाली)         

                          • 3 नीमच छावनी  (MP)                        

•4 देवली छावनी (टोंक)

•5 ब्यावर छावनी (अजमेर)

•6 खेरवाड़ा छावनी (उदयपुर)

एक ऐसी छावनी जो वर्तमान मे राजस्थान से बाहर है – नीमच

क्रांति मे भाग नही लेने वाली छावनिया – ब्यावर, खैरवाड़ा

राजस्थान मे 1857 की क्रांति का तात्कालिक कारण -एनफील्ड रायफल का प्रयोग

छावनिया व रेजीमेंट

खैरवाडा छावनी मे भील रेजीमेंट थी

नसीराबाद छावनी –15वी बंगाल नेटीव इन्फैन्ट्री

ब्यावर छावनी – मेर रेजीमेंट

•देवली छावनी – कोटा कन्टीनजेंट

एरिनपुरा छावनी –जोधपुर लीजियन

1857 की क्रांति के प्रमुख विद्रोह

*नसीराबाद विद्रोह28 माई 1857 विद्रोह कर्ता – बख्तावरसिंह विद्रोह मे मारे गये अंग्रेज अधिकारी- न्यूबरी, स्पोटिसवुड, पैनी

*नीमच विद्रोह  – 3 जून 1857 विद्रोहकर्ता – मो. अली बेग व हीरा सिंह विद्रोह मे मारे गये अंग्रेज – सोर्जेंट व उसकी पत्नी नीमच से भागे हुए 40 अंग्रेज आधिकारी को शरण – रूँगा राम चौधरी  ने डूगला गाँव मे दी

*देवली विद्रोह–  5 जून 1857

*एरिनपुरा विद्रोह21 अगस्त 1857 विद्रोहकर्ता- मोती खां, शीतल प्रसाद व तिलक राम

*’चलो दिल्ली मारो फिरंगी’  का नारा एरिनपुरा के सैनिक शिवनाथ ने दिया

आउवा का विद्रोह– नेतृत्वकर्ता ठाकुर कुशाल सिंह

बिठोड़ा (पाली) का युध्द – 8 सितम्बर 1857  कुशाल सिंह v/s कैप्टन हिथकोट व जोधपुर की सयुक्त सेना के बीच  कुशाल सिंह विजय

*चेलावास का युध्द (काले गोरे का युध्द) – 18 सितम्बर 1857 मेक मॉसन v/s कुशाल सिंह (विजय) इस युध्द मे मेक मॉसन का सर काट कर  आउवा के किले पर लटकाया

*कोटा विद्रोह 15 अक्तूबर 1857 विद्रोह का नेतृत्व – जय दयाल व मेहराब खां  इस युध्द मे मेजर बर्टन का सर काट कर कोटा शहर मे घुमाया

*राजस्थान से 1857 की क्रांति का प्रथम शाहीद – अमर चंद बांठिया

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