*त्राता: का अर्थ, वह जो त्राण करता हो, रक्षा करने वाला व्यक्ति।

कुछ जगहों पर त्राता की जगह दाता प्रयोग में लाया गया है।

हे जग त्राता विश्व विधाता,

हे सुख शांति निकेतन हे।

प्रेम के सिन्धु, दीन के बन्धु,

दु:ख दारिद्र विनाशन हे ।

हे जग त्राता विश्व विधाता,

हे सुख शांति निकेतन हे ।

नित्य अखंड अनंन्त अनादि,

पूरण ब्रह्म सनातन हे ।

हे जग त्राता विश्व विधाता,

हे सुख शांति निकेतन हे ।

जग आश्रय जग-पति जग-वन्दन,

अनुपम अलख निरंजन हे ।

हे जग त्राता विश्व विधाता,

हे सुख शांति निकेतन हे ।

प्राण सखा त्रिभुवन प्रति-पालक,

जीवन के अवलंबन हे ।

हे जग त्राता विश्व विधाता,

हे सुख शांति निकेतन हे ।

हे जग त्राता विश्व विधाता,

हे सुख शांति निकेतन हे ।

हे सुख शांति निकेतन हे,

हे सुख शांति निकेतन हे ।

1- सरस्वती वंदना

2- माँ सरस्वती वरदान दो

3- ‘हे शारदे माँ’

4- हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी – सरस्वती वंदना

5- तुम ही हो माता पिता तुम्ही हो

6- दया कर दान भक्ति

7- ऐ मालिक तेरे बन्दे हम

8- मारी मुट्ठी में आकाश सारा

9- इतनी शक्ति हमे देना दाता

10- ए मालिक तेरे बंदे हम

11- दयालु नाम है तेरा

12- वीणा वादिनि विमल वाणी दे

13- हम को मन की शक्ति देना

14- हर देश में तू, हर भेष में तू

15- सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,

16- हे जग त्राता विश्व विधाता

17- सुख के सब साथी

By Ns Malawat

Heelo I am Narayan Singh Malawat From Jawatra Dist Udaipur State Rajasthan. I am A Govt. Teacher.

3 thoughts on “16- हे जग त्राता विश्व विधाता”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!