दयालु नाम है तेरा प्रभु हम पर दया कीजे ।

हरि सब तुमको कहते हैं हमारा दुःख हर लीजे ॥

दयालु…

विषय और भोग में निशिदिन फँसा रहता है मन मूरख ।

इसे अब ज्ञान देकर सत्य मारग पर लगा दीजे ॥

दयालु…

तुम्हारी भूल कर महिमा, किए अपराध अति भारी |

शरण अज्ञान है तेरे, क्षमा अपराध सब कीजे ॥

दयालु…

तुम्हीं माता-पिता जग के, तुम्हीं हो नाथ धन विद्या ।

तुम्हीं हो मित्र सब जग के, दयाकर भक्तिवर दीजे ॥

दयालु…

न चाहूँ राज-धन-वैभव न है कुछ कामना मेरी ।

रख सकूँ शुद्ध सेवाभाव, शुभ वरदान ये दीजे ॥

दयालु…

1- सरस्वती वंदना

2- माँ सरस्वती वरदान दो

3- ‘हे शारदे माँ’

4- हे हंसवाहिनी ज्ञानदायिनी – सरस्वती वंदना

5- तुम ही हो माता पिता तुम्ही हो

6- दया कर दान भक्ति

7- ऐ मालिक तेरे बन्दे हम

8- मारी मुट्ठी में आकाश सारा

9- इतनी शक्ति हमे देना दाता

10- ए मालिक तेरे बंदे हम

11- दयालु नाम है तेरा

12- वीणा वादिनि विमल वाणी दे

13- हम को मन की शक्ति देना

14- हर देश में तू, हर भेष में तू

15- सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,

16- हे जग त्राता विश्व विधाता

17- सुख के सब साथी

By Ns Malawat

Heelo I am Narayan Singh Malawat From Jawatra Dist Udaipur State Rajasthan. I am A Govt. Teacher.

5 thoughts on “11- दयालु नाम है तेरा”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!